साड़ियों में फॉल लगाने का इतिहास | साड़ी में फॉल कैसे लगाए जाते हैं?


                      आज आप कई तरह की साड़ियां पहनेंगी, जिनमें बनारसी से लेकर कांजीवरम साड़ियां, पटोला से लेकर कसाउ साड़ियां शामिल हैं। पहनावे को पूरा करने के लिए, ऐसा ब्लाउज पहनना जरूरी है जो साड़ी से मेल खाता हो, साथ -साथ साड़ी के निचले हिस्से में मैचिंग साड़ी फॉल ( Saree Fall ) लगाना भी आवश्यक है | पर आपने कभी सोचा है,साड़ी पर फॉल लगाने का इतिहास क्या है ? यह कबसे लगाना चालू हुआ ? इसका महत्व क्या है ? आइए जानें.

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साड़ी फॉल का इतिहास |
 ( History of Saree Fall ) 


        कहा जाता है , साड़ी में फॉल लगाने की परंपरा 1970 के आस -पास  शुरू हुई | साड़ी में फॉल लगाने का  प्राथमिक उद्देश्य साड़ी के कपडे की सुरक्षा करना है | महिलाओ द्वारा पहले जब बिना फॉल की साड़ी पहनी जाती थी ,जिससे घर्षण के कारण निचला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो जाता था या मुड़कर पाइप जैसा हो जाता था | इससे बचने के लिए साड़ी में प्रेस की जाने लगी परन्तु निरंतर यह प्रक्रिया अपनाने पर तथा साड़ी कई दिनों तक  पहनने पर साड़ी फटने लगी | 

            इसी दौर में बेल-बॉटम पेंट की बोहत धूम थी | इस पेंट के निचले हिस्से में भी इसी तरह की समस्या थी अतः इससे बचने के लिए पेंट की निचले हिस्से में पीतल की चेन लगाई जाने लगी जिससे यह समस्या हल हो गई | इसी को देखते हुए साड़ी को बचाने के लिए भी चेन लगाई जाने लगी परन्तु इससे साड़ी कीमत बढ़ने लगी , महँगी साड़ी में तो ठीक था परन्तु सस्ती साड़ी में चेन लगाने पर कई  बार साड़ी की कीमत से चेन लगाने की कीमत अधिक हो जाती थी | ऐसे में इसे लेकर बोहत उपाय खोजे गए गए परन्तु आखिर में मुंबई वासियो ने साड़ी में फॉल लगाने का Idea ईजाद किया | 
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घर में साड़ी फॉल लगाने का आसान तरीका |
(Easy Way to Apply Saree Fall at Home)


            फॉल लगाने से पहले इस बात का विशेष ध्यान रखे की Cotton Saree Fall  हो क्यों की कॉटन फॉल लम्बे समय तक साड़ी को सुरक्षित रखती है | साड़ी पर फॉल लगाने से पहले उसे धोकर फिर सुखाकर लगाना चाहिए , क्यों की कॉटन कपडा धोने पर सिकुड़ जाता है | यदि आप बिना धोये फॉल लगाए गई तो साड़ी धोने पर साड़ी पर लगी  फॉल सिकुड़ जाएगी जिससे साड़ी में सिलवटे आएगी | 

साड़ी फॉल
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             सबसे पहले साड़ी की घडी खोलकर फिर साड़ी को उल्टा घुमाकर उसकी निचली साइड फॉल लगाई जाती है  | अब निचले भाग में 10 इंच जगह छोड़कर फॉल लगानी शुरू करना चाहिए | फॉल लगाते वक्त साड़ी के निचे कोई सख्त चीज रखे तथा छोटे-छोटे टाके के द्वारा फॉल लगाना चाहिए | फॉल लगाने के लिए मैचिंग धागे का प्रयोग करे जिससे  स्टीच दिखाई नहीं देगी तथा पूरी साड़ी पर लगाया गया फॉल सूंदर दिखेगा |    

 

          

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